पोथी पढ़ि पढ़ि जग मुआ पंडित भया न कोय ।
न्यूज़ में हॉनर किलिंग पढ़ा, प्रेम कभो न होय ।।
मेरी भव-बाधा हरौ राधा नागरि सोइ ।
संसद में सोइ के जागौ जाग जाग के सोइ ।।
कहत नटत रीझत खिजत मिलत खिलत लजियात ।
भरे टॉकीज़ में पकड़े डैडी बस दे लातम-लात ।।
कुंभ में जल जल में कुंभ बाहर भीतर पानी
फूटा कुंभ डेढ़ सौ नुकसान औ कमरा में बस पानी पानी
बड़े बड़ाई न करे बड़े न बोले बोल ।
पहले सर्कास्टिक कमेंट लिखें बाद में लिख दे लोल ।।
करत करत अभ्यास ते जड़मति होत सुजान ।
फेल भये अस कूटा गयेन हथवा गोड़वा सुजान ।।
अति का भला न बोलना, अति की भली न चूप ।
भैया एक पालक पनीर मलाई कोफ़्ता चार बटर नान दो मिस्सी मिक्स रायता और स्टार्टर में सूप ।।
-- अजय गौतम 'आहत'
नोट: पहली पंक्तियाँ प्रसिद्ध कवियों के दोहे की हैं। जस्ट फ़ॉर फन !
न्यूज़ में हॉनर किलिंग पढ़ा, प्रेम कभो न होय ।।
मेरी भव-बाधा हरौ राधा नागरि सोइ ।
संसद में सोइ के जागौ जाग जाग के सोइ ।।
कहत नटत रीझत खिजत मिलत खिलत लजियात ।
भरे टॉकीज़ में पकड़े डैडी बस दे लातम-लात ।।
कुंभ में जल जल में कुंभ बाहर भीतर पानी
फूटा कुंभ डेढ़ सौ नुकसान औ कमरा में बस पानी पानी
बड़े बड़ाई न करे बड़े न बोले बोल ।
पहले सर्कास्टिक कमेंट लिखें बाद में लिख दे लोल ।।
करत करत अभ्यास ते जड़मति होत सुजान ।
फेल भये अस कूटा गयेन हथवा गोड़वा सुजान ।।
अति का भला न बोलना, अति की भली न चूप ।
भैया एक पालक पनीर मलाई कोफ़्ता चार बटर नान दो मिस्सी मिक्स रायता और स्टार्टर में सूप ।।
-- अजय गौतम 'आहत'
नोट: पहली पंक्तियाँ प्रसिद्ध कवियों के दोहे की हैं। जस्ट फ़ॉर फन !