Tuesday, December 17, 2013

प्रेम पत्र

प्रिय,
मुझे आज भी याद है वो वक़्त जब मैं अपने इश्कबाज़ दोस्तों के बीच खुद को minority महसूस करता था । फिर एक दिन तुम सामने से आई । तुम्हारी progressive चाल देखकर मैं अपना हाल भूल गया । पहली बार जब तुमसे बात हुई तो तुम्हारे  liberal thoughts सुनके मेरा पूरा Constitution हिल गया । तब से लेकर आज तक, सिर्फ तुम्हे इम्प्रेस करने के लिए, खुद में न जाने कितने amendments कर चुका हूँ। 

तुम्हारे विचारों को जानने हेतु मैंने कुछ सप्ताह पहले लिखित रूप से  RTI file किया । किन्तु न जाने तुम किस secrecy की दुहाई देकर मेरा आवेदन टाल रही हो । प्रिय तुम किस सोच में डूबी हो । तुम्हे अपने democratic दिल का  President बना के रखूँगा और मैं तुम्हारा PM बन के रहूँगा । तुम्हारे नाम से मेरा काम होगा और मेरे काम से तुम्हारा नाम । 

तुम्हारी तरफ से कोई संकेत न आने से , मैंने हिम्मत करके तुम्हारे दिल के दरबार में  प्यार का Petition डाल ही दिया । सोचा जो होगा सो होगा । पर कब तक सनी देओल की तरह तारीख पर तारीख मिलती रहेगी My Doll !   कब लाओगी Reforms अपने  Judicial  System में | कल तुम्हारे घर का नौकर बाज़ार में मिला था । सुना है तुम्हारे  खूसट पिताजी किसी लोकपाल से तुम्हारी शादी भिड़ाने की सोच रहे हैं । प्रिय जल्दी ही अपना निर्णय मुझे बताओ । कहीं तुम्हारी माताजी ने भी लोकू को pass कर दिया तो अनर्थ हो जायेगा ।

प्रिये तुम इतनी hot हो कि मैंने प्यार से तुम्हारा नाम global warming रख दिया है (blush) | आजकल तो मेरे दोस्त भी मुझे थर्मामीटर कह के चिढ़ाते हैं । Darling ये ख़त मैं तुम्हारे नौकर के हाथ भिजवा रहा हूँ । कल इस ख़त का जवाब जरूर भेज देना ।

                                      मुआह मुआअहह मुआआह्ह्ह्ह ..
                                                                                                                                   
                                                                                                     सिर्फ तुम्हारा
                                                                                                   पागल  प्रेमी (blush)

14 comments:

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  2. @Ruhi- behad creative ho ap.. Kya presence of mind ka najrana pesh kiya h apne.. Keep it up.. Ajay!

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  3. vandana verma.. Global warming ko kafi khubsurti se kiya h aur iska ka sahi importance yai se pta chala h.. Hehehe.. Bhot achcha likha h apne. Awsme!

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  4. gud one Ajay...............very nice. Alok pathak

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  5. haha.. funny gud one :)

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  6. Bhai mazz aa gaya. Awesome bhai.... saket

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  7. Awesome.... kuch hota h toh apki likhi hui lines...���� -S.K.

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