समय है अभी समर है अभी
तेरी दोस्ती का असर है अभी
बहुत हुआ छुप छुप कर वार करना
हूँ सामने अब मित्र जरा प्रहार करना ..
तेरी दोस्ती का असर है अभी
बहुत हुआ छुप छुप कर वार करना
हूँ सामने अब मित्र जरा प्रहार करना ..
-- अजय गौतम ' आहत '